Sunday, 25 February 2018

मेरे पापा

मेरा अभिमान-स्वाभिमान है पापा,
मेरा जमीन-आसमान है पापा,
मेरे जीवन का मेज़बान है पापा,
जन्‍म दिया माँ ने पर पहचान है पापा,
पैरों पर खड़ा होना सिखाने वाले महान है पापा,
मेरी हर जरूरत पूरी करने वाली दुकान है पापा,
मेरा शासन तो कभी अनुशासन है पापा,
कभी खुशियाँ तो कभी भाषण है पापा,
माँ तो दर्द होने पर रो भी लेती है,
पर आंसुओं की घूँट पीने वाला इंसान है पापा,
मेरे जीने-मरने का आधार है पापा,
मिला है जो लाड़-दुलार है पापा,
मेरे हर सपने को साकार करने की कोशिश है पापा,
मेरे अपने चेहरे की कशिश है पापा,
मेरे साँसों के साँस है पापा,
शाम सहर मेरे पास है पापा,
मेरा इश्क़ मेरी मोहब्बत है पापा,
मुझसे जुड़ी हर जरूरत है पापा,
मेरा प्रेरणा श्रोत है पापा,
मेरी जिंदगी रोशन करने वाली ज्योत है पापा,
मेरी जन्नत है पापा,
हर वक़्त मांगी वो मन्नत है पापा,
मेरा इश्क़ मेरी मोहब्बत है पापा,
चाह कर भी जिसे बयां ना कर पाया वो शख्सियत है पापा,
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और भी कुछ लिखना चाहा जिसके बारे वो इंसान है पापा,
मेरा रब,खुदा,ईश्वर और भगवान है पापा|
जिससे चुराई ये चंद लाइनें वो पुस्तक है पापा,
जिसके लिए चुराई ये चंद लाइनें वो पुस्तिका है पापा|
Dèdìçàtéd tò mérè pàpá MR. ẞîyáRàM ẞhàRMà😎

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मेरे पापा

मेरा अभिमान-स्वाभिमान है पापा, मेरा जमीन-आसमान है पापा, मेरे जीवन का मेज़बान है पापा, जन्‍म दिया माँ ने पर पहचान है पापा, पैरों पर खड़ा ...