Wednesday, 14 February 2018

मेरे एहसास

एक रजाई के सहारे हमने पूरी सर्दी निकाल दी ऐ गालिब,
और तुम कहते हो कि हमे एक चीज़ रास नहीं आती😂

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मेरे पापा

मेरा अभिमान-स्वाभिमान है पापा, मेरा जमीन-आसमान है पापा, मेरे जीवन का मेज़बान है पापा, जन्‍म दिया माँ ने पर पहचान है पापा, पैरों पर खड़ा ...